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कविता संग्रह >> कोरोना एक अदृश्य विश्वयुद्ध

कोरोना एक अदृश्य विश्वयुद्ध

अशोक कुमार बाजपेयी

प्रकाशक : आराधना ब्रदर्स प्रकाशित वर्ष : 2021
पृष्ठ :136
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 16018
आईएसबीएन :9789385012000

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5 पाठक हैं

कोरोनाकाल में लॉकडाउन समय की कविताएँ

अनुक्रम

1. वुहान से आया कोरोना
2. कोरोना में कैसे रंग लगाएं
3. कोरोना मिटाएं
4. जनता कर्फ्यू
5. लिया गया संकल्प
6. ये कैसी बीमारी है
7. घर में रहकर करनी लड़ाई है
8. कोरोना : पाँच चित्र
9. कोरोना : एक अदृश्य विश्व युद्ध 2020
10. कोरोना से बचाव
11. लक्ष्मण रेखा मानें 
12. नमस्ते अपनाया 
13. काशी से सीखे
14. भगाने की तैयारी है
15. रह सकता नहीं
16. लॉक डाउन से फायदा हुआ 
17. वैज्ञानिकों की खोज जारी है
18. हजारो वर्ष पूर्व की गई भविष्यवाणी
19. जीत रहे जंग
20. सबने रूक कर बढ़ाया कोरोना
21.विश्व नजर बंद है
22 गले लगा रहे हो
23. सुरक्षित है अखबार
24 राम नवमी घर में मना रहे
25. ये कौन सा व्यवहार है
26. आओ दीपक जलाएं
27. कैसे आई बीमारी है
28. एक और दीपावली मनाने को
29. शीघ जीतेंगे हम यह युद्ध
30. यह कैसी भलाई
31. सम्मान का दिया जलाए
32 चाँद ने देखी दीवाली
33. बचन निभाने हैं
34. यह है विश्वास
35. पालन करना है
36. एक साथ आ रहे
37 जंगल शहरों तक आया
38. सबका विश्वास
39 जारी रखेंगे
40. लॉकडाउन में जाने को तैयार हैं
41. काम निपटा रहे
42. कोरोना है क्या
43. मुखिया को फिक्र है
44. समझाया है
45. जरूरी है
46. कोरोना कोई अजेय नहीं
47. पत्थर बरसा रहे हो
48. योद्धाओं ने जीती
49. अगरासन खिलाएं
50. बढ़ रही है
51. काहे का रोना
52. मेरे कानपुर को क्या हो गया
53. मित्र पुलिस
54. एक माह पूरा हुआ
55. रहने का मंत्र दे गया करोना
56. आसानी से मात देंगे
57. युद्ध बड़ा या महामारी
58. लॉकडाउन पार्ट तीन
59. लड़ रहे एक साथ कई युद्ध
60. मुफ्तखोरी मंजूर नहीं
61 डाक्टर महान
62. कोरोना के बाद
63. दावा है
64. रास्ता लम्बा हो गया
65. विस्तार कर पाएगें
66. लॉकडाउन चार जारी है
67. बहस जारी है -
68. लॉकडाउन क्रमवार 
69. पूरी शान से

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